आधुनिक युग की मांग है इलेक्ट्रोहोम्यापैथी-मदन कौशिक
हरिद्वार, 9 फरवरी। विधायक मदन कौशिक ने कहा कि इलेक्ट्रोहोम्योपैथीर आधुनिक युग की मांग है और इसकी लोकप्रिय भी बढ़ती जा रही है। उक्त विचार बालाजी इंस्टीट्यूट एंड इ.एच. रिसर्च सेंटर अलीपुर बहादराबाद मे आयोजित इएमए के 37वें स्थापना दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुए मदन कौशिक ने व्यक्त किए। स्थापना दिवस समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि हरिद्वार विधायक मदन कौशिक तथा कैंसर स्पेशलिस्ट बायोम फार्मा भिलाई छत्तीसगढ़ के निदेशक डा.निलेश थावडे, विशिष्ट अतिथि इएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा.केपीएस चौहान, एडीजीसी कुशल पाल सिंह चौहान, बालाजी इंस्टीट्यूट की प्राचार्या डा.वीएल अलखानिया, इएमए उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष डा.मुकेश चौहान, राष्ट्रीय महासचिव डा.एनएस टाकुली, क्षत्रिय महासभा के प्रदेश महामंत्री हरिसिंह शेखावत, कैम्प कार्यालय अधीक्षक डा.ऋचा आर्य ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वल कर किया।
समारोह को सम्बोधित करते हुए डा.निलेश थावडे ने कहा कि मानव शरीर को औषधियों से होने वाले साईड इफेक्ट से बचाने हेतु स्पेजरिक मेडिसिन इलेक्ट्रोहोम्योपैथी अपनाया जाना ही एकमात्र अच्छा विकल्प है। दूसरा अन्य कोई विकल्प नहीं हो सकता। डा.केपीएस चौहान ने कहा कि इलेक्ट्रोहोम्योपैथी का मेडिसिनल क्षेत्र वहां आरम्भ होता है। जहां पर अन्य मेडिसिन फेल हो जाती हैं। इलेक्ट्रोहोम्योपैथी साध्य असाध्य सभी जटिल एवं क्रिटिकल रोगो को ठीक करने की क्षमता रखती है। इएमए के लीगल एडवाइजर कुशल पाल सिंह चौहान ने कहा कि इएमए आज अपने 37 वर्ष पुरे कर 38 वे वर्ष में प्रवेश कर रहा है। समारोह में दिल्ली से पधारे डा.डीएस नेगी, डा.आरके माहेश्वरी, रुडकी के डा. आदित्य पंवार, देहरादून की डा.मंजूला होलकर, हरिद्वार से डा.लक्ष्मी कुशवाहा, ऋषिकेश से डा हीना कुशवाहा को इएमए के आजीवन सदस्यता प्रमाणपत्र मुख्य अतिथि मदन कौशिक द्वारा प्रदान किए गए। इस अवसर पर मदन कौशिक ने इलेक्ट्रोहोम्योपैथी चिकित्सको के लिए बालाजी इंस्टीट्यूट एवं इ.एच.रिसर्च सेंटर कैम्पस मे इएमए कार्यालय का उदघाटन भी किया।

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