चार साल की मासूम के हत्यारे को पुलिस ने किया गिरफ्तार
लकसर में शमशान के पास खंडहर में छिपा था आरोपी सूरज
श्री अखंड परशुरा अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने दिया पुलिस टीम को 21 हजार रूपए का ईनाम
हरिद्वार, 23 मई। चार साल की मासूम के हत्यारे सूरज उर्फ गंजू उर्फ दढ़ियल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी बच्ची के परिवार के साथ उनकी झोंपड़ी में रहता था। उसके बच्ची की मां से अवैध संबंध थे। बच्ची के पिता को अवैध संबंधों की जानकारी होने पर उसने बेइज्जती कर आरोपी को झोंपड़ी से निकाल दिया था। इसका बदला लेने के लिए उसने मासूम का गला घोंटकर बेहरमी से हत्या कर दी और फरार हो गया था। हत्यारे की तलाश में जुटी पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद उसे बसेड़ी रोड़ लकसर स्थित कबाड़ी बस्ती से शमशान घाट की ओर जाने वाली सडक के पास बने खण्डर से गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी ने पुलिस टीम को 5 हजार व आईजी गढ़वाल रेंज ने 25 हजार का ईनाम देने की घोषणा की है। श्री अखंड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष समाजसेवी पंडित अधीर कौशिक ने भी पुलिस टीम को सम्मानित किया और ईनाम स्वरूप 21 हजार रूपए का चेक एसपी सिटी को सौंपा। इस दौरान पंडित अधीर कौशिक के साथ महानगर व्यापार मंडल अध्यक्ष सुनील सेठी भी मौजूद रहे। पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि पीड़ित परिवार की भी मदद करेंगे।

पुलिस चौकी मायापुर में हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि रोड़ी बेलवाला में झुग्गी झोंपड़ी में रहने वाले बमबम दास की 4 वर्षीया बेटी तीन दिन से लापता थी। 15 मई की शाम बमबम दास ने रोड़ी बेलवाला चौकी पुलिस को सूचना दी कि सूरज उसकी बेटी को कहीं लेकर चला गया है। काफी तलाश करने पर भी बेटी और सूरज का कुछ पता नहीं चल रहा है। बमबम दास ने पुलिस को यह भी बताया कि सूरज उनके साथ ही झोंपड़ी में रहता था। उसके सहारनुपर जाने की संभावना पर पत्नि के साथ सहारनपुर जाकर सूरज और बेटी को ढूंढने की कोशिश भी की। लेकिन कुछ पता नहीं चला। शिकायत मिलने पर पुलिस बच्ची तलाश करने में जुटी थी कि अगले दिन बच्ची का शव मनसा देवी रेलवे सुरंग से बरामद हो गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के साथ आरोपी सूरज की तलाश के लिए कई पुलिस टीमों का गठन किया गया। आरोपी की तलाश के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। आरोपी के घर के बारे में किसी को कोई भी स्पष्ट जानकारी नही थी। आरोपी मोबाइल फोन का इस्तेमाल भी नही करता था। उसके किसी परिवार या व्यक्ति से करीबी ताल्लुकात नही थे और घुमक्कड़ी स्वाभाव का होने के कारण वह कई किलोमीटर तक पैदल ही निकल जाता था।
आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस टीमों ने आस-पास स्थित झुग्गी झोपडियो सहित हरकी पैडी, सर्वानन्द घाट, विष्णु घाट, लालजीवाला, मोतीचूर, रायवाला ऋषिकेश में रह रहे लोगों से पूछताछ की। आरोपी के सहारनपुर भागने की संभावना के मद्देनजर टीम ने हरिद्वार से सहारनपुर तक के बीच में करीब 600-700 सीसीटीवी कैमरों की फूटेज चैक की। पुलिस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम के जरीए आरोपी की तस्वीर साझा कर आमजन से भी सहयोग मांगा। कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार पुलिस ने खंडहर में छिपे सूरज को गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी ने बताया कि आरोपी सूरज ग्राम नगलाढाव थाना सुन्नगढ़ी जिला कासगंज उ.प्र. का स्थायी निवासी है और 2021 में हरिद्वार आया था। वर्तमान में वह गढ्ढा पार्किंग झुग्गी झोंपडी रोडीबेलवाला में रह रहा था और कबाड़ बिनने का काम करता था। कबाड़ बिनने के दौरान उसकी बमबम दास व उसकी पत्नी रेखा से पहले मुलाकात और फिर दोस्ती हो गयी और उनके साथ ही रहने लगा था। आरोपी अक्सर कबाड़ बेचकर हुई कमाई से राशन व पैसे देता था। जिस वजह से उसकी मृतका की मां के साथ नजदीकियां बढ गयी। सूरज की दी हुई गांजे की पुड़िया व सलोचन सूंघकर नशे में धुत रहने वाले बमबम दास ने एक दिन दोनो को शारीरिक सम्बन्ध बनाते हुये देख लिया और सूरज के साथ मारपीट, गाली गलौच कर झोपडी से बाहर निकाल दिया। इस बेइज्जती का बदला लेने के लिए सूरज ने प्लान तैयार किया और बमबम दास व उसकी पत्नी को राशन खरीदने के बहाने झोपड़ी से दूर ले गया। इसके बाद मौका पाकर पिता की लाड़ली 4 वर्षीय बच्ची को अपने साथ ले गया। भूरे की खोल से होते हुए बच्ची को लेकर रेलवे सुंरग के अन्दर पहुंचा और उसका मुंह दबाकर गले में बंधे धागे को खींचकर बच्ची हत्या कर दी। कुछ देर इंतजार करने के बाद जब उसे यकीन हो गया कि बच्ची की मौत हो चुकी है तो वह अपनी नकली विग वहीं फेंककर कूड़े का कट्टा लेकर सुरंग से बाहर निकल गया।
पत्रकारवार्ता के दौरान एसपी सिटी पंकज गैरोला, सीओ सिटी शिशुपाल सिंह नेगी, नगर कोतवाली प्रभारी रितेश शाह मौजूद रहे।