गंगा में डूब रहे कांवड़ियों को बचा रहा बीईजी आर्मी का तैराक दल
अब तक 22 कांवड़ियों को डूबने से बचाया
हरिद्वार 17 जुलाई। कांवड मेला इस समय अपने पूर्ण सैलाब पर है। लाखों कांवडिये रोजाना हरिद्वार से जल लेकर अपने गंतव्यों की और प्रस्थान कर रहे हैं। कांविडयों द्वारा गंगा स्नान के दौरान गंगा में गहराई में जाकर तैरने की कोशिश की जाती है। जिसके कारण कांवड़ियों के गंगा में डूबने की घटना होती है। इसे मद्देनजर रखते हुए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की विशेष पहल पर बीईजी आर्मी के कमाण्डेंट ब्रिगेडियर के.पी. सिंह, कर्नल अभिषेक पोखरियाल, ले.कर्नल विवेक सिंह, मेजर एलपी काम्बोज के नेतृत्व में सूबेदार लखबीर सिंह, नायब सूबेदार कुलविन्दर सिंह, हवलदार तन्मय, हवलदार अनिल कुमार, लांसनायक अमित कुमार यादव, सोमनाथ, प्रमोदचन्द्र अनिल कुमार, राजेश कुमार, हवलदार त्रिलोक सिंह, नायक जगमीत सिंह, सैपर सुरेन्द्र सिंह, सैपर गुडडू सिंह, सैपर श्रीजीत एसपी, सैपर प्रीतम द्वारा कांवड मेला क्षेत्र हरकी पैड़ी के आसपास के सभी घाट, गऊघाट, सुभाषघाट, सीसीआर घाट, कुशाघाट, हाथीपुल, रोडी बेलवाला घाट, रामघाट, विष्णुघाट, हनुमान घाट, बिरला घाट, अलकनन्दा घाट तथा रुड़की गंग नहर के गणेश पुल, सोलानी पुल, पिरान कलियर, धनौरी तक के सभी क्षेत्रों में लगातार निगरानी की जा रही है। जहां से भी देखने किसी कांवडिए श्रद्धालु के गंगा में डूबने की सूचना आती है तो तुरन्त आर्मी तैराक दल के सैनिक अपनी मोटर बोट से मौके पर पहुंचकर कांवडियों की जान बचा रहे हैं। बीईजी आर्मी तैराक दलों ने अब तक 22 कांवड़ियों की जान बचायी है। जिन्हें रेडक्रास स्वयंसेवकों द्वारा प्राथमिक उपचार देने के उपरान्त सुरक्षित गंतव्य स्थानों को रवाना किया गया। बीईजी आर्मी तैराक दल के नोडल अधिकारी इंडियन रेडक्रास के सचिव डा.नरेश चौधरी ने बताया कि इस वर्ष भी कांवडियों की संख्या में हुई अपार बढ़ोतरी को देखते हुए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा जल पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ बीईजी आर्मी तैराक दलों को संवेदनशील कांवड़ मेला क्षेत्रों में तैनात किया गया है। डूब रहे कांवड़ियों को बचान के साथ बीईजी आर्मी तैराक दल श्रद्धालुओं को गंगा में अधिक गहराई में नहीं जाने के लिए सचेत भी कर रहा है।

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