श्रीमद् भागवत कथा श्रवण करने से पूरी होती हैं मनोकामनाएं-पंडित पवन कृष्ण शास्त्री
श्रीमद्भागवत कथा के शुभारंभ पर निकाली कलश यात्रा
हरिद्वार, 19 मई। कनखल स्थित दरिद्र भंजन महादेव मंदिर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के शुभारंभ पर गंगा तट से मंदिर तक कलश यात्रा निकाली गयी। इस अवसर पर कथा व्यास भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने कलश यात्रा के महत्व का वर्णन करते हुए बताया कि कलश में ब्रह्मा, विष्णु, महेश एवं समस्त तीर्थाे, नदियों, सप्त सागरों, चारों वेदों एवं 33 कोटी देवी देवताओं का वास होता है। समुद्र मंथन से धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए। अमृत का पान कर देवता अमर हो गए। तभी से प्रत्येक यज्ञ, पूजन व कथा में कलश यात्रा के माध्यम से नगर यात्रा की जाती है और देवताओं से प्रार्थना की जाती है कि नगर के सभी घरों में सुख समृद्धि, धन-धान्य, आयु-आरोग्य, ऐश्वर्य की वृद्धि हो। शास्त्री ने बताया कि दुख और दरिद्रता दूर करने वाले पौराणिक दरिद्र भंजन महादेव मंदिर में श्रीमद् भागवत श्रवण करने का विशेष महत्व है। सच्ची श्रद्धा भक्ति के साथ मंदिर में कथा का श्रवण करने से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। कथा से मनुष्य को भक्ति, ज्ञान एवं वैराग्य की प्राप्ति होती है। कथा से ही जीवन की व्यथा मिटती है। कथा का श्रवण करने से अज्ञान रूपी अंधकार दूर हो जाता है एवं ज्ञान का प्रकाश होता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को कथा का आयोजन एवं श्रवण अवश्य करना चाहिए। कथा के मुख्य जजमान रीतेश गुप्ता, मुकेश गुप्ता, योगेश गुप्ता, गणेश गुप्ता, डीके गुप्ता, आशु गुप्ता, देव गुप्ता, अर्जुन गुप्ता, करण गुप्ता, सुभाषचंद्र गुप्ता, हरिप्रसाद गुप्ता, सुनील अग्रवाल, सतीश अग्रवाल, अमित गुप्ता, नीरज शर्मा, विमल गुप्ता, अमलेश गुप्ता, प्रवेश गुप्ता, टीटू गुप्ता, मिंटू गुप्ता, गिरीशचंद्र गुप्ता, बॉबी गुप्ता, महेशचंद गुप्ता, देवेन्द्र गुप्ता, तारा देवी गुप्ता, निर्मल गुप्ता, रेनू गुप्ता, मोनिका गुप्ता, भावना गुप्ता, गीता अग्रवाल, गुड़िया गुप्ता, रजनी अग्रवाल आदि भागवत पूजन किया।

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