धार्मिक आस्था का प्रतीक है अन्नकूट पर्व-स्वामी हरिचेतनानंद
हरिद्वर, 22 अक्तूबर। भूपतवाला स्थित वैष्णव शक्ति पीठ आश्रम में अन्नकूट महोत्सव धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया। अन्नकूट महोत्सव में संत महापुरूषों ने हिस्सा लिया। महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि अन्नकूट केवल ना केवल र्धािर्मक आस्था का प्रतीक है। बल्कि यह प्रकृति के प्रति कृतज्ञता और समाज में एकता का संदेश भी देता है। भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने की कथा से प्रेरित यह पर्व हमे अन्न और समृद्धि के महत्व की याद दिलाता है। महंत दुर्गादास महाराज ने कहा कि अन्नकूट महोत्सव परंपरांओं का अनूठा संगम है। भगवान को छप्पन भोग लगाए जाते हैं। परंपरांओं का पालन संत समाज सदैव ही करता आ रहा है। भगवान श्रीकृष्ण के आदर्शो को अपनाकर राष्ट्र निर्माण मे सहयोग प्रदान करंें। महंत दुर्गादास महाराज ने श्रद्धालु भक्तांें को संबोधित करते हुए कहा कि अन्नकूट परंपरा पौराणिक है। इन परंपरांओं के आयोजनों से अन्य लोगों को भी प्रेरणा मिलती है। संत समाज सनातन संस्कृति और परंपरांओं को देश दुनिया में फैला रहा हैै। इस अवसर पर स्वामी ऋषिश्वरानंद, महंत प्रह्लाद दास, महंत सूरज दास, महंत जयराम दास, महंत बिहारी शरण, महंत नारायण दास पटवारी, महंत गणेश दास मौजूद रहे।

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